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से और विचार-स्वतंत्र अभिव्यक्त होने पर ही प्रभावी होते है’’
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हे मेरे सरकारी ‘‘आकाश’’! अब तो धरती पर आजा

3 comments

देश का सबसे सस्ता टेबलेट कम्प्यूटर जिसने अवतरण होते ही पूरे देश में धूम मचा दी। भारत सरकार की योजना अनुसार ‘‘आकाश’’ देश के समस्त विद्यार्थियों को बहुत ही नाममात्र के दाम पर उपलब्ध किया जाना था। इसके घोषणा दिनांक २२ जुलाई २०१० को एक प्रोटोटाइप का अनावरण किया गया। अवतरण से ही नाम के अनूरूप टेबलेट के गुणो का भी गान किया जा रहा है। एक के बाद एक इसके 4 संस्करण सुनने में आ गये है। मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल के हाथो से इसका लोकार्पण किया गया। कुछ समय पूर्व इसी आकाश टेबलेट का गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा यह कहकर उपहास उड़ाया गया कि ‘‘.मोदी ने कहा था कि बढ़ा-चढ़ा कर पेश किए गए ‘आकाश’ टैबलेट अब तक जमीन पर नहीं आए हैं। गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा था, ‘‘काश यह आकाश टैबलेट जमीन पर आ पाता.....’’। जिसका प्रतिउत्तर कपिल सिब्बल ने दो आकाश टेबलेट श्री मोदी को भेजकर दिया। खबरो के अनुसार प्रतिष्ठित फोर्ब्स मैग्जीन ने सुनीत सिंह तुली जो आकाश टेबलेट बनाने वाली कम्पनी के भारतीय मूल के सीईओ है को 15 ‘क्लासरूम रेवल्यूशनरीज’ की लिस्ट में जगह दी है। यह सम्मान इन्हे आकाश के कारण ही मिला। वही भारत के विदेश मंत्री द्वारा इसी टेबलेट को संयुक्त राष्ट्र संघ में प्रदर्शित किया। समाचारो में पढ़ने को मिला कि महामहीम राष्ट्रपति महोदय ने आकाश का कोई नया वर्जन लांच किया है। आकाश अपने अवतरण से लेकर अब तक सदैव किसी न किसी रूप में चर्चा में बना रहा।

जिस धूम धड़ाके से इस टेबलेट का सरकार प्रचार-प्रसार कर रही है। उस अनुपात में आम जनता इसका फायदा नहीं ले पा रही है। लाखो की संख्या में कंपनी ने आर्डर तो ले रखे है पर उसकी पूर्ति नहीं कर पा रही है। एक ओर सरकार इसका वितरण कर रही है। दूसरी ओर कम्पनी खुद भी वेबसाईट के माध्यम से इसकी बिक्री कर रही है। परन्तु विशेषतः विद्यार्थियों को लुभाने के लिए बने इस ‘‘मशीन’’ को मैंने तो आज तक किसी भी विद्यार्थी या आम नागरिक के हाथ में आकाश नहीं देखा। हां मैने ‘‘गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी’’ को दो टेबलेट भेंट करने की कोशीष की गई थी यही एक डिलीवरी रिपोर्ट है जो मैने सुनी है।

मैं स्वयं विछले 6-7 महिनों से ‘आकाश’ 7सी के लिए आर्डर और पेमेंट करके इंतजार कर रहा हूं। एक तो कम्पनी से सम्पर्क के लिए वेबसाईट के अलावा कोई अन्य तरीका नहीं है। ऊपर से वेबसाईट से कोई भी उत्तर नहीं आता। हां यदि आपने कोई आर्डर किया है और पूर्व भुगतान नहीं किया है तो जरूर आपको एक मेल मिलता है कि ‘‘अपना भुगतान पहले भेजे पूर्व भुगतान करने वालो के आर्डर पहले भेजे जा रहे है’’ इस तर उल्लेख होता है। अगर आपने एक बार भुगतान कर दिया तो फिर टेबलेट के लिए लटके रहो। वेबसाईट पर टेबलेट न मिलने की बार-बार शिकायत करने पर एक ईमेल आता है। कृपया इंतजार करे आपका टेबलेट फलाने महिने के अंत में आपको डिरीवर हो जाएगा। फिर यदि दोबारा शिकायत की तो फिर अगले महिने की तारीख मिल जाती है। मैं तो तृस्त हो गया हूं और उम्मीद ही छोड़ दी है कि मेरा ‘‘आकाश’’ का सपना कभी सच भी हो पाएगा।

आकाश के लिए नया आर्डर करने वाले आम जनता से यही प्रार्थना करूंगा कि यदि आप भारत सरकार के ‘‘आकाश टेबलेट’’ का आर्डर देने के बारे में सोच रहे है, और यदि आप नरेंद्र मोदी जैसे कद्दावर नेता नहीं है तो इसका मतलब आप यही समझिए कि आप आकश से तारे तोड़ने के बारे में सोच रहे है।


3 Responses so far.

  1. सरकारी है और फिर आकाश जमीन से मिलते मिलते देर तो लगेगी ।

  2. Unknown says:

    आपका ब्लॉग यहाँ शामिल किया गया है । समय मिलने पर अवश्य पधारें और अपनी राय से अवगत कराएँ ।
    ब्लॉग"दीप"

  3. Anonymous says:

    Hi there friends, nice paragraph and fastidious urging commented here,
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